प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संजीवनी योग में मंत्रोच्चार के बीच श्री रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद मंच पर आते ही कहा कि हमारे राम आ गए। सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं दिव्य मंदिर में रहेंगे। यह क्षण अलौकिक है। यह कैलेंडर की तारीख नहीं बल्कि नए कालचक्र का उद्गम है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी चेतना का विस्तार राम से राष्ट्र तक होना चाहिए। अब देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार करना है. पीएम ने कहा कि यह भारत का समय है। भारत अब आगे बढ़ने वाला है.
आज अयोध्या भूमि हम लोगों से कुछ सवाल कर रही है. श्रीराम का भव्य मंदिर तो बन गया अब आगे क्या? पूछा कि आज इस अवसर पर जो दैव, जो दैविय आत्माएं हमें आशीर्वाद दे रहे हैं. उन्हें क्या हम ऐसे ही विदा करेंगे? आज मैं पूरे पवित्र मन से महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है.
पीएम ने कहा कि हजारों वर्ष बाद की पीढ़ी राष्ट्र निर्माण के हमारे आज के कार्यों को याद करेगी. इसलिए मैं कहता हूं यही समय है, सही समय है. हमें चूकना नहीं है, बैठना नहीं है.
पीएम ने कहा कि शबरी तो कब से कहती थी कि राम आएंगे. हर भारतीय में जन्मा यह विश्वास ही राष्ट्र सेवा बनेगा. आज देश में निराशा के लिए रत्ती भर भी स्थान नहीं है.
पीएम ने कहा कि युवाओं के सामने हजारों साल की परंपरा है. अपनी विरासत पर गर्व करते हुए आपको भारत का नव प्रवाह लिखना है. परंपरा और आधुनिकता पर चलते हुए भारत समृद्धता पर पहुंचेगा.
पीएम ने कहा कि आने वाला समय अब सफलता का है आने वाला