पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में एक अजीबोगरीब मामले के बारे में सुनिश्चित किया है, जिसमें मोहम्मद हारिस को आखिरी समय पर ‘NOC’ नहीं मिला है। इस मामले के पीछे के कारणों ने खिलाड़ी को परेशान कर दिया है और इसने वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर सवाल उठाए हैं।
पीसीबी ने पहले ही हारिस को विदेशी टी20 लीग में खेलने की इजाजत दी थी, लेकिन जब उन्होंने एनओसी के लिए आवेदन किया, तो बोर्ड ने इसे मना कर दिया। खिलाड़ी ने खुद खर्च करके बांग्लादेश जाने का निर्णय लिया, लेकिन उसे वापस बुलाने के लिए टिकट भी नहीं कराया गया।
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, हारिस ने पीसीबी से NOC मांगी थी और बोर्ड ने उन्हें बीपीएल 2024 के लिए बांग्लादेश जाने के लिए बुलाया था। लेकिन जब वह वहां पहुंचे, तो उन्हें एनओसी देने से इनकार कर दिया गया। बोर्ड का दावा है कि हारिस ने पहले ही 2 लीगों में खेल लिए हैं, और इसके कारण उन्हें एनओसी देने से इनकार कर दिया गया। उनकी फ्लाइट का भुगतान करने से भी इनकार किया गया है।
यह पूछने पर मजबूर करता है कि यदि बोर्ड को हारिस को NOC नहीं देना था, तो फिर उन्हें कई देशों के साथ यात्रा क्यों कराई गई? यह सवाल उठता है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का हिस्सा क्यों नहीं बनाया और क्यों उन्हें यहां खेलने का मौका नहीं मिला? इस मामले में बोर्ड की वर्कलोड मैनेजमेंट की समीक्षा की जा रही है, जिसने हारिस को एक कठिनाई में फंसा दिया है।
हारिस की बातचीत:
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के इस निर्णय के बाद, हारिस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि बोर्ड ने उनकी स्थिति को समझने के लिए किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं की। उन्होंने कहा, “मैंने उनसे जवाब मांगा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। यह स्पष्ट है कि उनका यह निर्णय मेरे लिए कितना अचेतन और अनादरपूर्ण है।”
हारिस ने अपनी नौकरी के लिए बड़ा निर्णय लिया था और उन्हें यह विश्वास था कि बोर्ड उनकी इच्छाओं को समझेगा और उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी करने का मौका देगा। उनका कहना है, “मैंने इस सभी प्रकार की प्रतिक्रियाओं को देखकर यह महसूस किया है कि यहां कुछ गड़बड़ हो रही है और मेरे साथ अन्याय हो रहा है।”
इस मामले में हारिस के साथ हो रहे व्याख्यान ने यह सिद्ध किया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की व्याख्या में कई छेद हैं और इसमें खिलाड़ियों के प्रति अनादर का माहौल है।
इस स्थिति में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से जवाब मांगने के बाद, हारिस का अगला कदम कैसा होगा, इसका देखना बचा है। क्या बोर्ड उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का मौका देगा या यह विवाद और बढ़ाएगा, यह देखने के लिए हम सभी को इंतजार करना होगा।